Saturday, May 14, 2011

कनक देश

दुनिया की नजर से दूर -सुदूर एक छोटा देश है कनक नगरी ,वह समुद्र के किनारे पहाड़ी पर बसा   है ,एक अजीब सी धुंध  से घिरा रहता है ,बरमूडा triangle ,यति , यू ,ऍफ़ ,ओ ,आदि ३० अनसुलझे रहस्यों  की तरह ,पुस्तक महल के किताब विश्व के अनसुलझे रहस्य में सारे -कुछ मिल जायेगे ,यहाँ बता दु की बरमूडा triangal , समुद्र का वह छोर है ,जहा  पानी के और हवा के जहाज गायब हो जाते है ,अब तक १५० जहाज गायब हो चुके है ,जिनका कही नामो-निशान  तक नहीं है ,मुझे लग रहा है ,संदेह है ,ये दूसरी दुनिया में जाने का रास्ता हो   सकता है ,ठीक cartoon dungon and dragon की तरह ,







ये कनक नगरी के लोग दुनिया के नज़र में नहीं आते ,वहा के लोग किसी की पूजा नहीं करते ,किसी देवी -देवता को नहीं मानते सिर्फ प्रकृति की पूजा करते है ,किसी समय श्री कृष्ण भगवान ने भी यही कहा था ,उन नगरी के लोगो का मानना है ,प्रकृति हमें सबकुछ देती है ,अतः किसी और के पास जाने की बिलकुल आवस्यकता नहीं ,
 वहा के लोग कर्म अच्छे कर्म पर विश्वास रखते है ,जल को छुने से पूर्व अनुमति और जलदेव को प्रणाम करते
 है ,पृथ्वी को हरियाली का गहना पहनाते है ,वायु के लिए हवन करते है ,अतः वहा धुल नहीं उड़ती,वहा केवल एक कानून है ,प्रकृति की पूजा और एक सजा -दंड है प्रकृति की अवहेलना और हानी,| वहा धुप भी राहत बनकर बरसती है ,
 हरे -भरे पेड़ो की छाया अच्छे -अच्छे महलो से बढ़कर होती है ,वहा की प्रकृति ही उनका मनोरंजन भी करती है ,फल फूल इतने की सारी दुनिया के पश्चात् भी चमकते रहते है ,वायु सुगन्धित ,जल अमृत जैसा है ,यदि कोई रोगी होता है तो ,जल ,मिट्टी, वायु ,धुप ,फल ,फूल से ही स्वश्थ्य हो जाता है ,कनक नगरी के लोग हम मनुष्यों से बहुत अधीक स्वस्थ्य और दीर्घ जीवी होते है ,पेड़ -पौधे , मोती सा जल ,वहा की रात रानी सी सुगन्धित हवा ,फूल , मिट्टी चन्दन सी ,वहा अनेक अमूल्य संपत्ति है ,वहा सोना , चांदी ,हीरा , मोती ,उनके लिए कंकड़ पत्थर से बढ़कर नहीं है ,या उनको इनकी ज़रूरत नहीं है ,
शायद इसलिए प्रकृति कनक देश पर सारा प्यार और मेहरबानी लुटा कर ही आगे बढती है ,|सच है प्रकृति की पूजा के पश्चात किसी पूजा -पूंजी की आवश्यकता नहीं होती ,शायद इसलिए प्रकृति अपने बेटो का हर तरह से ख्याल रखती है ,
प्रकृति के लिए ...
प्रकृति ने हमें अन्न-अनाज फलाहार का अनमोल उपहार दिया है ,
जीवन और आँखों को हरियाली का असीमित प्यार दिया है ,|
पशु -पक्षी अन्य जीवो को घर बार दिया है ,
हम मानवों के लिए जीवन का अदितीय संसार दिया है ||
 लेखक ;- आश्चर्य चकित .....रवि कान्त  यादव 


                                                         

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