पतझड़ ख़त्म नए पत्ते फूल और फल आ रहे है ,यह रंगों और प्यार के साथ नये आरम्भ का पर्व है , ठीक इन्द्रधनुस की तरह , इन्द्रधनुस में सात रंग होते है , उसी तरह दुनिया में भी सात प्रकार के मुस्कान हो सकते है , खुसी ,आनंद की मुस्कान, प्यार की मुस्कराहट , मासूमियत भरी मुस्कान, शैतानी ,दुष्टता की मुस्कान , ब्यंग की मुस्कान, कृपा,आशीर्वाद की मुस्कान, बच्चे की मुस्कान, आदि .........तो आइये तो इस होली पर हम सभी अपने अपने मुस्कान का रंग बिखेरे .....होली की हार्दिक शुभ कामनाये .........
लेखक ;-रंगीन मिजाज ..रविकान्त यादव
लेखक ;-रंगीन मिजाज ..रविकान्त यादव
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