Friday, August 15, 2014

१५ अगस्त १९४७ से.…… (strength, stem (base) and structure a celebration )

सभी जानते है , वर्तमान ही ९०% किसी भी जीवन , समाज , व देश का सर्वे सर्वा  है । मेरा मानना है , यदि किसी संस्था , राज्य या देश के हित  अहित , नीति निर्धारण से ही बनता है । ।
मानिये पिछली सरकार गैस ,पेट्रोल , आदि के दाम ५० से सीधे १०० रूपये करे तो , वर्तमान सरकार हर हाल में उसे १००रूपये  से नीचे कम नहीं कर पायेगी , अर्थात पिछली सरकार संस्था या राज्य के सर्वे -सर्वा जो रास्ता बनायेगे वर्तमान में चुनकर आने वाले उसे ही अपनाएंगे और उसे कम  या सुधारेंगे  नहीं बल्कि उलटे उसे दो -चार रूपये और बढ़ा देंगे ॥
मेरे कहने का तात्पर्य यह है । वर्तमान सरकार ,राज्य , देश या कोई बड़ी संस्थाए के कार्यो ,नीतियों ,गलत निर्णय ,सफलता ,असफलता आदि के लिए एक अलग मंत्री पद मंत्रालय विभाग जरूर बने जो पिछली कार्यो की समीक्षा करे। …
उनके गलत कार्यो आदि को जनता को बताये और यह भी बताये की वर्ष भर में कुल जनता से कितना राजस्व (धन) एकत्र किया जाता है और उसका व्यय कहा किया जाता है । पाई -पाई का हिसाब आज के कंप्यूटर की मदद से उसे हर विभाग की दिवार पर चस्पा देना  चाहिए ।

इस तरह एक टीम बनाने से लूट- खसोट रुकेगी वो जानेगा की भविष्य की सरकार उनके सारे कच्चे चिट्ठे जनता के सामने खोल कर रख देगी अतः वर्तमान सरकार को एक ऐसा मंत्रालय मंत्री पद व विभाग रखना चाहिए जो भूतकाल के सरकारों की कार्य समीक्षा ,सफलता ,असफलता ,कमिया चूक उजागर करना , भ्रस्टाचार का कारण मानक के अनुसार की ५ वर्ष में कितने सफल रहे , नीतिया कागजो पर चली  कि हकीकत में योजना का धन कितना प्रतिसत सफल रहा ,… गलत निर्णय का आधार , बेहिसाब व्यय ,अनाप सनाप दाम बढ़ाना जनता के लिए क्या किया क्या नहीं ५ वर्ष में a.c. की हवा ही लेते रहे और  सोते रहे , शिमला मनाली घूमते रहे आदि को जनता के सामने उजागर करना , …।आदि कारणों को जान कर उसे सुधार  कर जनता को नया सन्देश के साथ कार्य से देश व देशवासियो को राहत  दे। ……जय हिन्द। ……
लेखक.... पुनः स्वतंत्रता दिवस से। …रविकन्त यादव। 

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